बाप की रखैल बनी बेटी part -1 | Family sex story

बाप की रखैल बनी बेटी part -1 | Family sex story

wild fantasy स्टोरी में पढ़ें कि पापा ने अपनी कमसिन बेटी को उसके बॉयफ्रेंड के साथ नंगी कार में चुदाई करते देख लिया. तो बाप ने क्या किया?

हाथों से शॉपिंग ट्रॉली को धकेलते हुए दिनेश कब लेडीज अंडरगारमेंट के सेक्शन में पहुँच गए, उन्हें पता ही नहीं चला।

सामने की रैक में ब्रा के डिब्बे पर छपी सेक्सी टीन गर्ल के उठे हुए चूचों पर उनकी नज़र जैसे चिपक सी गयी।
उन्होंने हाथ बढ़ा कर 2 डिब्बे उठा लिए और आंखों से मॉडल की खूबसूरती का शर्बत पीने लगे।

डिब्बे पर छपी मॉडल का फिगर लगभग दिनेश की बेटी माया जैसा था।
लाल जालीदार ब्रा में सफेद खूबसूरत चूचे तो मॉडल के थे लेकिन दिनेश को वहाँ चेहरा माया का दिख रहा था।

पैंट में कड़कपन का अहसास होते ही दिनेश ने एक हाथ से लौड़ा एडजस्ट किया और दूसरे हाथ से डिब्बों का सीधा प्रसारण जारी रखा। (Family sex story)

अपने ख्यालों में वो इतना खोये थे कि कब वहाँ 4 औरतें आ गई उन्हें पता ही न चला।

पतली और मधुर आवाज़ में ‘एक्सक्यूज़ मी’ सुनते ही हड़बड़ाए और हाथ के डिब्बों को अपनी शॉपिंग ट्रॉली में फेंकते हुए आगे बढ़ गए।

“जाने क्या सोच रही होंगी वो औरत मेरे बारे में?” जैसे खयाल मन में लेकर वो कैश काउंटर पर पहुँच गए।
वहाँ भी औरतों की भारी भीड़ होने के कारण वो ब्रा के डिब्बे बाहर निकाल नहीं पाए और न चाहते हुए भी उनका बिल कटवा कर अपनी गाड़ी में आ गए।
गाड़ी में बैठ कर वापस उन्होंने वो डिब्बे हाथ मे लिए और पैंट के ऊपर से लौड़ा सहलाते हुए उन्हें देखने लगे।

रात का समय था और पार्किंग लॉट खाली था।
कोई देख नही सकता था तो दिनेश ने डिब्बे से ब्रा निकली और पैंट से अपना लंड निकाल कर मुठ मारने लगे।

ख्यालों में माया को इस ब्रा में सोचते हुए का हाथ सटासट चल रहा था।
कुछ देर में अमृतवर्षा कर गाड़ी का सेल्फ मार साहब घर की तरफ चल दिये|(Family sex story)

दरअसल दिनेश एक अमीर और मॉडर्न परिवार में पला बढ़ा था।

बीवी प्रीती भी बहुत खूबसूरत और मॉडर्न थी।
दोनों ने अपनी ज़िंदगी खूब एन्जॉय की।
छोटा परिवार रखने के लिए एक बेटी माया के बाद कोई बच्चा नहीं किया।

पिछले दिनों कोरोना की चपेट में आकर प्रीती चल बसी, माया घर मे अकेली रह गयी तो दिनेश  घर आ गया।

सेक्सी टीन गर्ल माया अभी जवानी में कदम रख रही है।
उसका स्कूल हाल ही में खत्म हुआ है, कॉलेज में एडमिशन की तैयारी कर रही है।

खाली समय काटने के लिए पर्सनालिटी डेवलपमेंट की क्लासेज जॉइन की हैं।
मॉडर्न है तो वैसा ही पहनावा है।
मिनी स्कर्ट और शॉर्ट्स में आधे झांकते चूतड़ हर किसी का ध्यान खींच ही लेते हैं।

उसके जिस्म की बनावट माँ से इतनी मेल खाती है कि दिनेश भी तिरछी नज़रों से माया के जिस्म की बारीकियों को नापता है।

जब दिनेश मॉल आया था तब माया घर पर नहीं थी। (Family sex story)
‘दोस्तों के साथ बाहर होगी, आती ही होगी.’ ऐसा सोचकर दिनेश घर से निकले और बाहर खड़ी अपनी गाड़ी में बैठ गए।

गाड़ी स्टार्ट कर के जैसे ही हेड लाइट जलाई, रोशनी सीधी सामने वाली कार के शीशे पर पड़ी।
अंदर एक लड़का और लड़की एक दूसरे के होंठों को चूसने में लगे थे.

लड़की की गुलाबी टॉप छाती से ऊपर थी जिससे लड़की के दोनों चूचे लड़के के हाथों में थे।

रोशनी पड़ते ही दोनों हड़बड़ाए और लड़की तुरंत नीचे लेट गयी।

नज़ारा देख कर भी साहब रुके नहीं, आराम से गाड़ी निकाल कर वहाँ से निकल गए।
लेकिन वे इतना समझ गए थे कि लड़की कोई और नहीं उनकी बेटी माया ही थी।

माया के चूचे पहली बार देखे थे वो भी सेकंड के सौ वे हिस्से के बराबर समय के लिये।
और देखने की ललक ही दिनेश को ब्रा के डिब्बों तक ले आयी थी, मॉडल के चूचों में वो माया के चूचे ढूंढ रहे थे।(Family sex story)

उधर दिनेश के निकलते ही हड़बड़ाई हुई माया विकास की कार से उतरी और सीधा घर में घुस गई।
घबराहट में वह सोच रही थी कि ‘पापा ने देख लिया होगा या नहीं। देखा भी है तो बोला तो कुछ नहीं है। नहीं बोला तो क्या सोच रहे होंगे।’

माया जानना चाहती थी कि पापा कहाँ गए हैं।

दिनेश का आई फ़ोन उनके आई पैड से कनेक्ट रहता है।
फ़ोन तो दिनेश ले कर गए थे लेकिन आई पैड सामने सोफे पर पड़ा था।

माया ने बाप का आई पैड उठाया और लोकेशन शेयरिंग में जा कर चेक किया तो पाया कि दिनेश मॉल में है।

‘शॉपिंग कर रहे हैं मतलब मूड ठीक ही होगा। शायद कुछ देखा ही न हो। इतनी जल्दी नज़र कहाँ ही पड़ी होगी।’ ऐसा सोच कर माया ने राहत की सांस ली और यूट्यूब खोल कर गाने चला लिए।

गाना चलते ही आई पैड पर ‘न्यू ईमेल’ नोटिफिकेशन की घंटी बजी।

माया ने चेक किया तो ईमेल ‘WILD FANTASY’ नाम से था।(Family sex story)

जिज्ञासावश माया ने ईमेल खोला तो एक बाप बेटी की सेक्स स्टोरी थी।
पहले तो वो बहुत हैरान हुई लेकिन फिर कहानी पढ़ने लगी।

उसे कहानी पढ़ने में मज़ा आने लगा था।
कब उसकी टांगें खुली और पैंटी नीचे आयी, खुद माया को नहीं पता।

दोनों टांगें कांच की मेज पर टिका कर सिर पीछे टिका लिया।
एक हाथ से चूत सहलाते हुए उसने WILD FANTASY की लगातार 4 कहानियां पढ़ डाली।

बाप बेटी की चुदाई में माया को इंटरेस्ट आने लगा था।
और वो जान चुकी थी कि पापा को भी बेटी की चुदाई में इंटरेस्ट है।

पापा की इंटरनेट हिस्ट्री में ढूंढते हुए वो कहानी पढ़ती रही और चूत सहलाती रही।

उधर साहब भी मुठ मार के निकले और घर पहुँच गए।

घण्टी बजाते ही माया ने दरवाजा खोला।
गुलाबी टॉप देखते ही दिनेश के ख्याल ताज़ा हो गए; पैंट में एक बार फिर कड़कपन आने लगा।

उधर माया भी अब अपने बाप को अलग नज़रों से देखने लगी थी।(Family sex story)
बाप से सेक्स करने की चाहत शायद नहीं थी लेकिन ये बात उसे बहुत रोमांचित कर रही थी कि उसका बाप उसके साथ सेक्स करना चाहता था।

माया इस ख्याल से घृणित नहीं थी, न ही डर रही थी।
वो इस सब के बारे और जानना चाहती थी।

आज खाने के समय एक अजीब सी शांति थी, कोई किसी से बात नहीं कर रहा था।

दिनेश चोरी छुपे माया की छाती पर नज़र फिरा कर टॉप के अंदर तक झांक लेना चाहता था।

वहीं माया भी जानती थी कि पापा क्या देख रहे हैं।
आज वो ज्यादा तन कर बैठी थी।
पापा देख रहे हैं इसलिए वो शेप खराब नही होने देना चाहती।

खाने के पूरे वक़्त दिनेश का लंड तना रहा।
अब वो जल्दी ही इसे निचोड़ कर ठंडा करना चाहता था।

खाना खाकर दोनों उठे और रोजाना की तरह माया ने पापा को किस करके गुड नाईट बोला।
माया बचपन से ही मम्मी पापा को होंठों पर किस करती थी; छोटी किस, माँ बाप वाली किस!(Family sex story)

आज किस करते वक़्त माया ने बाप के गाल पर हाथ भी फिरा दिया।
किस करने के लिए नजदीक आते समय माया ने बाप के पैंट का उभार भांप लिया था।

माया नादान नहीं थी, जवानी में कदम रख चुकी थी और सेक्स के बारे में भी जानती थी।
वह  4-6 बार अपने बॉयफ्रेंड विकास के साथ सेक्स कर भी चुकी थी।

बेटी से गुड नाईट करते ही दिनेश झटपट अपने कमरे में पहुँचा, लोअर नीचे खींच कर लंड बाहर निकाला और खाल पीछे खींच कर टोपे को हवा लगाई।
वह हाथ फैला कर लंड को मुट्ठी में भर कर धीरे धीरे सहलाने लगा।
उसने आंख बंद कर ली और अन्तर्वासना की किसी अपनी फेवरिट कहानी की नायिका के रूप में माया को सोच कर मुठ मारने लगा।

बाहर हॉल में खड़ी माया समझ चुकी थी कि पापा का लंड खड़ा है और अंदर कमरे में क्या हो रहा होगा उसका भी उसे अंदाज़ा था।

जिज्ञासा इतनी ज्यादा थी कि अपने आप को रोक नही पाई।(Family sex story)
उसके कदम अपने बाप के कमरे की तरफ बढ़ गए।

घर मे दरवाज़ा लॉक करने की प्रथा शुरू से ही नहीं थी।
सब एक दूसरे की निजता से सम्मान करते थे; बिना दरवाज़ा खटखटाये कोई किसी के कमरे में नहीं घुसता था।

माया ने दरवाज़ा छुआ तो वो कुछ सेंटीमीटर खुल गया।
इतने में माया को दिनेश के पेट से नीचे का हिस्सा दिखाई देने लगा था।

दिनेश को मुठ मारते देख वो रोमांच से भर गई।
वो वहाँ खड़ी एकटक अपने बाप को लंड हिलाते देखने लगी।(Family sex story)

अंदर से दिनेश की सिसकारियों के बीच कुछ बड़बड़ाने की आवाज़ आ रही थी।
यह सीन देख माया की चूत गीली हो उठी थी।

पैंटी उसने पहनी ही नहीं थी सो कच्चे आम का रस केले के तने जैसी जांघो पर बह निकला।
अचानक दिनेश ने लंड से हाथ हटा लिया और तेज़ तेज़ सांस लेने लगा।

शायद वो झड़ने वाला था लेकिन बेटी की ख्याली चुदाई से अभी मन भरा नहीं था इसलिए रुक गया।

दिनेश के हाथ हटाने पर उसे अहसास हुआ कि जिस विकास को वो मर्द समझती थी वो तो अभी अविकसित है। असली मर्द का लंड तो उसकी आँखों के सामने तना खड़ा था।

पापा का लन्ड देख कर उसका हाथ अपने आप ही स्कर्ट में घुसा और दाने को मसलने लगा।

दिनेश ने भी गर्मी थोड़ी कम होते ही लंड वापस पकड़ लिया और हिलाने लगा।(Family sex story)
दरवाज़े के दोनों तरफ मुठ मारी जा रही थी।

अंदर बाप बेटी को सोचकर मुठ मार रहा था और बाहर बेटी बाप का खड़ा लन्ड देखकर अपनी चूत का दाना मसल रही थी।
माया अब झड़ने वाली थी इसलिए झटपट अपने कमरे की तरफ भागी।

आनन फानन बेड पर गिरते हुए उसने 2 उंगलियां चूत में डाली और कमर को धनुष की तरह मोड़ कर उंगली अंदर बाहर करने लगी।
उसकी आँखों के सामने दिनेश का तना हुआ लंड घूम रहा था। मोटा सुपारा और खिंची हुई नसें, जैसे लन्ड के खुद के सिक्स पैक एब्स हो। (Family sex story)
ऐसा लंड उसने जीवन मे नहीं देखा था।

अगले 30 सेकंड में वो झड़ गयी और बेदम होकर बेड पर गिरी और कुछ ही मिनटों में सो गई।(Family sex story)

उधर अपना माल निकल कर दिनेश ने अपनी सांसें काबू की और कमरे से निकल कर हॉल में आ गया।
टीवी चलाकर उसने एक सिगरेट जलाई और कश खींचने लगा।

तभी उसकी नज़र पड़ी कि सोफे के नीचे कोई कपड़ा गिरा है।
उसने हाथ बढ़ा कर खींचा तो पाया ये माया की पैंटी थी।

दिनेश सोच पड़ गया कि आखिर पैंटी यहाँ क्यों पड़ी है.
तभी उसने महसूस किया कि पैंटी में नमी थी।

“हो सकता है मेरे निकलने के बाद माया अपने बॉयफ्रेंड को घर मे ले आयी हो!” ऐसा सोचते हुए दिनेश ने हाथ बढ़ा कर पैंटी अपनी नाक पर रख दी।
एक लंबा सांस खींचते ही उसके फेफड़े अपनी बेटी की चूत की महक से भर गए।(Family sex story)

“क्या माया चुदने लगी है?”
सिगरेट के काश के साथ ‘आहह हहह’
“नहीं यार … अभी तो छोटी है!
एक काश और ‘आहह हहह!’

दिनेश ने हर सांस के साथ पैंटी को सूंघते हुए सिगरेट खत्म कर दी।

आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी  [email protected] पर मेल करके बताए.

अगले भाग की प्रतीक्षा करें.

(Family sex story)

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