बहन की जबरन चुदाई करके उसको चरमसुख तक पहुंचाया

बहन की जबरन चुदाई करके उसको चरमसुख तक पहुंचाया

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम पंकज उदास है और मै लाया हू एक मजेदार स्टोरी, आज मै आपको बताने जा रहा हू की कैसे बहन की जबरन चुदाई करके उसको चरमसुख तक पहुंचाया , मै दावे के साथ कह सकता हू इसे पढ़कर आपकी पैंट गीली हो जाएगी तो चलिए शुरू करते है बिना किसी देरी के,

चुदाई का मजा मुझे मेरे चाचा की बेटी ने दिया. वह 19 साल की थी और हॉरर फ़िल्में देखती थी मुझे पास बैठाकर! ऐसे ही हम ज्यादा क्लोज़ आ गए.

दोस्तो, मेरा नाम तुषार है और मैं लखनऊ का रहने वाला हूं. मेरे घर पर मम्मी पापा और एक छोटी बहन और हमारा अजीज छोटा सा पप्पी भी है.

पापा सरकारी नौकरी में है और मम्मी हाउस वाइफ हैं.

मेरी उम्र 22 साल है मेरी हाईट 5.7 इंच है. और मेरी अभी पढाई चल रही है।

मेरा लंड जो 7 इंच लम्बा है जिसको मैं अक्सर तेल से मालिश किया करता हूं जिससे वह एकदम चिकना और कठोर हो गया है।

हमारे साथ हमारे पापा के भाई और उनकी वाइफ और उनकी एक लड़की भी साथ में ही रहते हैं.

दोस्तो, चुदाई कहानी उस समय की है जब मैं 18 साल का था. मेरी कजिन सिस्टर सोनम . जिसे हॉरर स्टोरी बहुत अच्छी लगती है, वह अक्सर मेरे साथ ऐसी कहानी फ़िल्में देखा करती थी. और वह डरती भी बहुत थी पर देखने से मानती नहीं थी।

सोनम की हाइट 5.4 इंच होगी. उसका फिगर एकदम चिकना और सुडौल है. उसका रंग गोरा बदन, जिसका साइज़ 34-30-32 का है. उसके बूब्बे जो बहुत ही उभरे भरे पूरे हैं, वह बड़े बड़े स्तनों की मालकिन है जिन्हें मैं चोरी छिपे निहार लिया करता था और खुश हो जाता था.

वह जब भी मेरे साथ भूत की कहानी देखती थी तो उसके वो उभरे हुए दो खरबूजे … ओह माई गॉड … जो उसके कमीज के गले से काफी हद तक नजर आ जाया करते थे. वह हॉरर स्टोरी देखती और मैं उसके स्तनों को देखता।

एक बार हुआ यू कि रिश्तेदारी में शादी होने के कारण पापा मम्मी और दीदी चले गए थे. जिससे घर पर मैं और पापा के भाई और उनकी वाइफ यानि चाचा चाची और उनकी लड़की ही घर पर थे.

फिर हमने रात में खाना खाया और अपने अपने रूम में सोने चले गए. अगली सुबह उठे तो मैंने देखा कि चाचा चाची तैयार होकर कहीं जाने को थे.

जब उन्होंने मुझे उठा देखा तो चाची बोली- नाश्ता बना दिया है, तुम और सोनम खा लेना टाइम से! हमें एक फ्रैंड के यहां बर्थ डे पार्टी में जाना है शहर से दूर! तो हम शायद कल सुबह ही लौटें. तो तुम लोग अकेले रहोगे आज! घर पर तो दरवाजे बन्द करके ही रखना, ओके! और इतना कह कर वो चले गए।

थोड़ी देर बाद सोनम उठी, हमने साथ में नाश्ता किया और फिर थोड़ी टाइम होते ही उसने कहा- चलो अब होरर मूवी देखते हैं. मुझे भी काफी खुशी थी कि हम घर पर अकेले हैं. पर ऐसे कुछ कर नहीं सकता था तो मैंने अपने सेक्स के अरमानों को काबू में रखा और हॉरर फिल्म देखने लगा.

साथ में उस वक़्त उसके मम्मे मुझे अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे, जिन्हें मैं देखे जा रहा था.

थोड़ी देर बाद फिल्म ख़त्म हुई तो मैं बाथरूम में गया और मुठ मारी, फ़िर अंदर आकर एक और फिल्म लगाई जो बहुत डरावनी थी.

तभी लाइट चली गई जिससे सोनम डरने लगी और मुझसे लिपट गई. उसे महसूस हो गया कि नीचे कुछ उठा हुआ है. उसने हाथ लगाकर चेक किया तो वो मेरा औजार था।

उसने मुझे छोड़ा और कहती- अब नहीं देखना! मुझे लगा मेरे खड़े लंड की वजह से वह मुझसे गुस्सा ना हो जाए और उसके मम्मे मैं शायद कभी ना देख सकूं.

इसके बाद वह कमरे से चली गई. उससे नज़र मिलाने की मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी.

शाम को वह खुद मेरे लिए मैगी नूडल्स बना कर लाई और मुझे खिलाई.

इसके बाद रात का खाना बनाते वक्त उसने मेरी हेल्प भी ली.

इसके बाद हमने खाना खाया. फिर मैं सोने के लिए जाने लगा. तभी उसने पीछे से पुकारा- तुषार आज मूवी नहीं देखोगे क्या?

इतनी बात सुनते ही मैंने कहा- नहीं, अब नहीं, मुझे सोने जाना है.

वह मानी नहीं और जबरन ले गई- चलो आज तो घर पर अकेले हैं तुम और मैं! इतना सुनते ही मैंने हामी भर दी और फ़ौरन हम दोनों कमरे में चले गए.

मैंने डरावनी पिक्चर लगाई और देखने लगे.

तभी वह बोली- उस टाइम जब मैं तुमसे लिपटी थी, तब क्या था तना हुआ था तुम्हारा? मैं शरमाया और बोला- कुछ नहीं!

पर वह नहीं मानी और बोली- मुझे मालूम है कि वो क्या था! मैं घबराते हुए बोला- क्या था?

उसने कहा- वही … जिसके बिना इंसान कर नहीं सकता. मैंने कहा- किसके बिना क्या नहीं कर सकता! तभी उसने कहा- लंड!

यह सुन कर मैं चौक गया. उसने कहा- बनो मत, मुझे पता है कि जब मैं पिक्चर देखती हूं, तब तुम कुछ और देखते हो!

जिसे सुनते ही मैंने उससे कहा- सच कहा. क्या तुम यह सब जानती थी? उसने कहा- हां बच्चू, अब देर ना करो. जिस चीज को तुम देखते थे, आज कोई नहीं है. उसका मज़ा लेना चाहोगे? क्योंकि मैं भी नहाते समय तुम्हें देखा करती हूँ.

इसके बाद मैंने उसको गले से लगाया और चुंबनों की बारिश कर दी उसके ऊपर!

उस वक़्त उसके बदन पर एक कुर्ता पजामा था. और मैंने टीशर्ट और लोअर पहनी हुई थी. शर्ट के गले से उसके मम्मे झाँक से रहे थे जिन्हें मैं देखे जा रहा था. मैंने देर न करते हुए उसके होंठों को चूमना चालू कर दिया.

उसने भी मेरे होठों को चूसना शुरू कर दिया था.

थोड़ी देर बाद मैंने उसकी गर्दन पर चुम्बन किया और फिर उसके कमीज के ऊपर से बूब्स को दबाना चालू कर दिया. इससे वह मचले जा रही थी.

फ़िर मैंने उसके शर्ट को उतार दिया और अपने कपड़े उतार फेंके.

शर्ट बदन से हटते ही एक हसीन यौवन की अप्सरा मेरे सामने दिखने लगी जिसके जिस्म पर गुलाबी रंग की ब्रा और पेंटी जिसका रंग भी हल्का गुलाबी था. और उस पर गोरा बदन संगमरमर सा सफ़ेद चिकना!

‘आह उह …’ क्या बताऊं … मेरे मुंह से लार टपक रही थी. आह।

फ़िर वो चुदाई के लिए बेचैन होकर बोली- तुषार , अब शुरू करो जल्दी से, अब रहा नहीं जा रहा मुझसे! मैंने कहा- जरा रुको मेरी जान!

इतना कहते ही मैंने उसके जिस्म को चुम्बनों से नहलाना शुरू कर दिया. फिर अपने होठो से उसके कंधों से उसकी ब्रा को उतार दिया जिससे मेरे सामने दो सफेद कबूतर आजाद होकर मस्त उछल रहे थे.

मैं उन्हें अपने होंठों से चूसने लगा. पीते समय बायां वाला एक हाथ से दायां दबाता था। कभी दायां पीता तो कभी बायां दबा देता।

कुछ मिनट बाद मैंने उसकी पैंटी भी अपने होंठों और दांतों से पकड़ कर उतार दी और उसकी भूरी चूत को चूम लिया.

मैंने उसकी चूत चाटी तो उसके मुँह से आवाजें निकलने लगीं- उह आह… उह उह… और जोर से… आह चूसो इसे… तुषार , मेरे प्यारे भाई… आह, आज से तुम मेरे भाई नहीं बल्कि मेरे सैयां हो।

यह सुनते ही मैंने अपना सुडौल लिंग उसके मुँह में डाल दिया जिसे उसने झट से चूस लिया और चूसने के बाद उसने मेरा वीर्य अपने मुँह में निकाल लिया और गटगट पी गयी।

जब मैंने लिंग मुँह से निकाला तो उसने उसे पकड़ लिया और बाहर निकलते हुए उसे चूम लिया।

फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ा और एक हल्का धक्का दिया और अगले ही पल मैंने लंड उसकी चूत में गहराई तक घुसा दिया. जिससे उसकी चीख निकल गई- आह उह… उह उफ़… आह हिस्स… उह आह आह… उह ओह आह उफ़… मेरे सोना, चोदो मुझे आज! और मुझे अपनी पत्नी बना लो. आह आह… उह आह… उह ओह… हिस्स उह उफ़ आह उह आह।

और मैं बिना रुके लंड को चूत की गहराई तक डालता रहा. सोनम भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.

पूरा कमरा ‘आह उह ओह हिस्स उह आह उह ओह ओह उफ़’ की आवाजों से गूंजने लगा. करीब 5 मिनट बाद हम दोनों स्खलित हो गये।

फिर हमने आधे घंटे तक आराम किया और सेक्स की बातें करते रहे.

और फिर करीब 40 मिनट के बाद मैंने उसे घुमाया और उसकी गांड पर बॉडी लोशन लगाया. अपने लंड पर थोड़ा सा लोशन लगाने के बाद उसे उसकी चिकनी गांड पर जोर-जोर से रगड़ने लगा.

इससे मुझे बहुत मजा आ रहा था और मेरी बहन की गांड में चिकनाई भर रही थी.

फिर मैंने अपने लंड का सुपारा उसकी गांड के छेद पर दबाया. जैसे ही सुपारा अन्दर गया, उसकी और मेरी चीख निकल गई, हम दोनों को दर्द हुआ।

धीरे धीरे मुझे गांड का मजा आने लगा. वो गांड मराते हुए चिल्ला रही थी- आह आह आह … उह ओह हिस्स … उह उफ आह!

कमरे में सिर्फ थप थप थप थप की आवाज ही सुनाई दे रही थी.

फिर वो बोली- मेरे पतिदेव, जल्दी करो. आह और तेज़…आह उह आह!

मैंने भी कहा- हाँ मेरी बीवी… मेरी जान… निकल जा… ले आह… ले आज, सारा माल तेरी गांड में भर दूँगा! ले आह उह!

कुछ देर बाद मैं और मेरी बहन दोनों स्खलित हो गये.

फिर दो घंटे के बाद हमने एक बार फिर से सेक्स किया. उस रात हमने 3 बार सेक्स किया. हम लोग रात के करीब 2 बजे सोये.

अगली सुबह चाचा-चाची देर से आये। सुबह उनके आने से पहले हम दोनों साथ में नहाये और उस वक्त बाथरूम में सेक्स भी किया. और नाश्ता करने के बाद मैंने एक बार फिर से स्तन चूसे और दूध पिया।

कुछ देर बाद चाचा-चाची आये.

तब से लेकर अब तक जब भी हमें घर पर अकेले मौका मिलता है, हम जोरदार सेक्स करते हैं.

और अब जब भी उसे ब्रा और पैंटी खरीदनी होती है तो मैं उसके लिए ले आता हूं. हम दोनों एक साथ बाजार जाते हैं और वह खुद मेरे लिए अंडरवियर खरीदती है।

दोस्तों मुझे मेरी कहानियों पर बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. मुझे उम्मीद नहीं थी कि आप सबको मेरी कहानी इतनी पसंद आएगी. तो देखा आपने कैसे बहन की जबरन चुदाई करके उसको चरमसुख तक पहुंचाया ,दोस्तों कैसी लगी मेरी स्टोरी मैंने कहा था आपकी पैंट गीली होने वाली है , तो चलिए मिलते है अगली स्टोरी मैं तब तक के लिए अपना दिन रखिये | और हिंदी सेक्स स्टोरी पढ़ने के लिए हिंदी सेक्स स्टोरी पर क्लिक करे

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