पाकिस्तानी नौकरानी के साथ सेक्स | Muslim Sex Story Part-2

पाकिस्तानी नौकरानी के साथ सेक्स | Muslim Sex Story Part-2

हाय दोस्तों, ये मेरी कहानी का दूसरा भाग है। पिचले पार्ट में आपने पढ़ा था, कि कैसे मेरे मन में शहनाज के लिए हॉर्नी ख्याल आने लगे थे। अब मैं उसे छोडना तो चाहता था, लेकिन दर्द भी था। (Muslim Sex Story)

मुझे ये भी लगता था, कि वो भी यही चाहती थी, लेकिन फिर भी मेरी आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं थी। उसको छोड़ने के ख्याल से ही मैं किचन में गया, लेकिन कुछ कर नहीं पाया। फिर मैं वापस आके बेड पर लेट गया। अब आगे की कहानी-

तकरीबन 30 मिनट बाद मेरे कमरे का दरवाजा खुला। फिर शहनाज ने दरवाजे पर खड़े हुए मेरे से पूछा-

शहनाज: लंच करना है अभी?

शहनाज को देख के मेरे पूरे जिस्म में करंट आ गया। मैंने शहनाज को बोला-

मैं: नहीं अभी मूड नहीं है।

शहनाज हसन पड़ी और बोली: मूड क्यों नहीं है?

मुझे समझ नहीं आ रही थी, कि मैं क्या जवाब देता है बात का। अभी जवाब में सोच ही रहा था, कि शहनाज ने ऐसी बात की जिसे सुन कर मैं खुशी के मारे पागल हो गया। (Muslim Sex Story)

शहनाज ने बोला: आप की अम्मी ने स्टोर में से कुछ चीज निकलाने का बोला है। तो तुम मेरी मदद कर दो।

मैंने बोला: ठीक है, आता हूं। कब आउ? अभि?

शहनाज बोली: हा, अभी फौरन। ये ना हो, कि अम्मी वापस आ जाए घर।

ये बोल कर वो चली गई स्टोर की तरफ। अब मुझे पक्का था, कि शहनाज भी हॉर्नी हुई पड़ी थी, और काफी सेक्सी मूड में थी. अब इस वक्त मुझे अजीब सी फीलिंग हो रही थी। इस टाइम का इंतजार मुझे सारी जिंदगी रहा था, और अब वो टाइम करीब आया हुआ था। (Muslim Sex Story)

लुंड मेरा फुल खड़ा हो गया, और हार्टबीट फुल तेज थी। अपने आप को कंट्रोल किया मैंने, और इंतजार के लुंड वापस बैथ जाए ।

कुछ देर बाद मैं उठा और दुकान की ओर चलने लगा। स्टोर के अंदर शहनाज जा चुकी थी, और जब उसे देखा कि मैं भी आ रहा था, तो उसे स्टोर की लाइट ऑफ कर दी। फिर मैं अंदर स्टोर में गया। तबी शहनाज ने बोला-

शहनाज: ये कुर्सी जो सामने पड़ी है, इसको साइड पे कर दो। मेरे से ये नहीं हो रही।

मैंने बोला: ठीक है। (Muslim Sex Story)

और फिर चेयर जो एक टेबल के नीचे थी मैं उसको साइड पे करने लग गया। एक-दम से मुझे फील हुआ, कि शहनाज मेरे बहुत करीब थी। बिल्कुल आखिरी बार की तरह उसने अपनी बॉडी मेरे साथ जोड़ी दी। उसके बड़े-बड़े मम्मे मुझे बिलकुल फील हो रहे हैं अपनी कमर पर। (Muslim Sex Story)

फिर मुझे शहनाज का हाथ महसूस हुआ मेरी तांग पे, और आहिस्ता-आहिस्ता आगे आ रहा था। मैं बिल्कुल फ्रीज हो गया था, और बिल्कुल चुप हो कर खड़ा हो गया। शहनाज का हाथ मेरे लुंड की तरफ आया, और उसके मेरे लुंड के टोपे को हल्का सा उन्गलियो से पकड़ लिया। फिर वो लुंड को आगे-पीछे हिलाने लग गई।

पहली बार किसी औरत ने मेरे लुंड को हाथ लगाया था। मुझे मजा आ रहा था, और यकीन नहीं आ रहा था, कि ये सब कुछ हो रहा था। फिर शहनाज ने हाथ पीछे कर लिया और बोली-

शहनाज : चेयर नहीं निकली?

मैं कुछ नहीं बोला। शहनाज ने फिर पूछा-

शहनाज : नहीं निकली कुर्सी?

मुझे बिलकुल समझ नहीं आ रही थी, कि क्या जवाब द। फिर एक-दम से दोबारा उसका हाथ आगे आया, और इस बार उसे पूरे लुंड को पकड़ लिया और हल्का सा दबया। उफ्फ.. इतना मजा आया, कि मैं क्या बताऊं। (Muslim Sex Story)

शहनाज ने फिर अपना हाथ मेरी पतलून के अंदर किया, और मेरे पूरे लुंड को अपने हाथ में ले लिया। फिर वो लुंड को हल्का-हलका दबने लग गई। मैं वक्त बस एन्जॉय कर रहा था, और बिल्कुल चुप-चाप खड़ा था। फिर शहनाज ने मेरे से पूछा-

शहनाज: इसमें से पानी निकला है?

मैंने बोला: हा।

शहनाज ने फिर पूछा: हाथ से निकला या दूसरे तारीख से?

मैने जवाब नहीं दिया। शहनाज ने फिर पूछा-

शहनाज: पानी कोन से तारीख से निकला।

मैं बिलकुल चुप रहा। फिर शहनाज ने पतलून से बहार निकला, और मुझे अपनी तरफ़ टर्न किया। उसके बाद उसका मेरा हाथ पकड़ कर अपने मम्मो पर रख दिया। उफ्फ… माय गॉड, मुझे यकीन नहीं आ रहा था, कि मेरा हाथ उसके मम्मो पर था।

फिर मैंने हल्के-हल्के से उसके मम्मे दबाने शुरू कर दिए। बहुत बड़े उसके मम्मे, और फुल सॉफ्ट थे। आज तक मैं सोचता था कि कैसे होंगे बूब्स की फीलिंग और वकायी में बहुत जबरदस्त फीलिंग थी बूब्स के साथ खेलने की। (Muslim Sex Story)

फिर शहनाज ने अपनी कमीज ऊपर की, और ब्रा को ऊपर किया और अपने दोनों बूब्स मेरे सामने कर दिए। उसके बाद उसमें मेरे दो हाथ पकड़ कर अपने बूब्स पर रख दिए। ये फीलिंग तो और भी बेहतर थी। डायरेक्ट कमीज के बैगर बूब्स को पकड़ने का अलग मजा था।

मैंने जब डोनो बूब्स को हल्का-हलका दबया तो शहनाज की हल्की सी उफ्फ और सियी की आवाज आई। ये आवाज़ सुन कर मुझे और मज़ा आया। बहुत बड़े बूब्स द शहनाज के, फुल राउंड शेप्ड और बिल्कुल गुब्बारे की तरह। ऐसा लग रहा था, कि किसी यंग लड़की के हो।

ब्राउन कलर के बूब्स थे, और निप्पल्स ब्लैक। और काफी बड़े निप्पल थे, जो अब फुल खड़े हो गए थे। फिर शहनाज ने बोला-

शहनाज: निपल्स को पकड़ के हल्का-हलका घुमाओ।

फिर मैंने उंगली से निपल्स को पकड़ के बहुत आराम से घुमाया, तो शहनाज बिलकुल हिल गई। आंखें उसे बंद कर ली, और सई और उफ उफ कर रही थी। ऐसे लग रहा था, जैसे उसे वर्तमान लग रहा हो। निपल्स के साथ खेले हुए फिर मैं नीचे हुआ, और निपल्स को अपने मुह में ले लिया, और चूसना शुरू कर दिया।

शहनाज और भूलभुलैया में आ गई, और उसके मेरे सिर को पकड़ के अपनी तरफ जोर से दबया। फिर उसने मेरे बालों को पकड़ लिया। सिइइ सइइइ कर राही थी वो। और मुझे शहनाज के इस अंदाज को देख कर बहुत मजा आ रहा था। मुझे यकीन नहीं आ रहा था, के एक और भी ऐसे भूलभुलैया में आती होगी। (Muslim Sex Story)

उसके दोनो बूब्स को मैंने अच्छी तरह चूसा, और एक दम से शहनाज ने मुझे ऊपर करके जोर से झप्पी मारी। फिर उसने मेरी नेक पे किस करना शुरू कर दिया। उसके बाद मेरी शर्ट ऊपर करके मेरी छाती पर हमने किस शुरू कर दी।

फिर वो ऊपर हुई, और मेरे होठों के साथ अपने होठों को छुआ। ये मेरी पहली किस थी। मुझे समझ नहीं आया, कि क्या करूं और कैसे करूं किस। मैंने अपनी जुबान को शहनाज के होठों से अंदर किया, तो एक दम से शहनाज पीछे हो गई और हंसने लगी।

अब शहनाज ने मेरे पतलून को नीचे किया, और मेरा लंड पकड़ लिया। फिर वो लुंड को देखने लग गई। 5-6 इंच का लंड था मेरा, और मोटा भी था। लुंड को देख कर शहनाज ने बोला-

शहनाज: अभी तो इसे और बड़ा भी होना है। अब मैं इसका पानी निकालू?

मैंने बोला: हा, निकल दो।

फिर शहनाज ने पूछा: कैसे?

मैंने बोला: जैसी मर्जी।

शहनाज फिर पीछे की तरफ मुड़ी, और आगे झुक गई। फिर उसने अपनी सलवार नीचे कर दी। अब मेरे आगे शहनाज की जालिम किस्मत की बंद थी नंगी। मैंने पहली बार नंगी बंध देखी थी। फिर मैंने सोचा, कि उसकी फुद्दी को चेक करूं, कि कैसी होती है। (Muslim Sex Story)

मैं नीचे बैठा और फुद्दी को देखा फिर। फिर मैंने अपनी उन्गली से टच किया फुड्डी को। बाल नहीं थे। ऐसा लग रहा था जैसे शहनाज ने अपनी चूत की वैक्सिंग की हो। वो काली थी और मुझे उसकी चूत के आसपास कुछ सफेद तरल पदार्थ दिखाई दे रहा था।

फिर मैंने चूत में उन्गली डाली, और उसको खोल कर अंदर देखने की कोशिश की। उन्गली अंदर मेरे से जा नहीं रही थी। फिर शहनाज बोली-

शहनाज: ऊपर है मोरी, ऊपर करो उंगली।

तब मुझे प्रवेश द्वार मिला और मुझे आश्चर्य हुआ कि प्रवेश द्वार गुदा की ओर अधिक था। फिर मैं खड़ा हो गया, और अपना लुंड करीब ले आया, और फुद्दी के साथ टच कर दिया। शहनाज ने खुद ही मेरा लुंड पकड़ा, और गाइड किया फुड्डी की एंट्री पे।

फिर अपनी बंद को उसके आगे-पीछे करना शुरू कर दिया। मैने अपने हाथों से उसकी कमर पकड़ी, और लुंड को अंदर किया फुड्डी में। मेरा लुंड सही तरह से अंदर नहीं जा रहा था, और फस रहा था। लेकिन 5-6 बार आगे-पीछे करने से शहनाज की फुद्दी गीली हो रही थी। (Muslim Sex Story)

अब मेरा लुंड अब एक-दम सही तरीके से अंदर चला गया। लुंड जब पूरा अंदर गया, तो मेरी भी उफ्फ निकल गई। फिर मैंने शहनाज को बोला-

मुख्य: बहुत गरम और गीली है फुद्दी तुम्हारी।

शहनाज हंसी और बोली: मजा आ रहा है?

मैंने बोला: बहुत।

और फिर मैंने डरते हुए पूछा-

मैं: इससे प्रेग्नेंट तो नहीं हो जाएगी?

शहनाज बोली: नहीं, ऑपरेशन करवा हुआ है।

बस अब शहनाज भी आगे-पीछे बंद को कर रही थी, और मैं उसकी स्पीड के साथ अपनी स्पीड मैच कर रहा था। अब उसकी फुद्दी फुल गीली थी, और मेरा लुंड अब जबरदस्त मजेदार तारीख से अंदर बाहर हो रहा था।

मुझे यकीन नहीं आ रहा था, कि मैं एक औरत को छोड़ रहा था। एक और बात पे मुझे बालों वाली हो रही थी, कि मैं हमेशा सोचता था, के जब सेक्स करूंगा तो 10 सेकंड में ही मुथ पानी निकल आएगा। लेकिन शहनाज को मुझे छोड़े हुए 3-4 मिनट हो चुके थे।

फिर शहनाज भी बोली: पानी नहीं निकला अभी तक?

मैंने बोला: नहीं।

छोड़े हुए मैंने अपना लुंड पूरा अंदर फुद्दी में डाल दिया, और मैं रुक गया। क्योंकि मजा बहुत आ रहा था। फिर शहनाज एक-दम गुस्से से बोली-

शहनाज: रुको मत छोड़ो।

फिर मैंने और स्पीड से छोड़ना शुरू कर दिया। शहनाज को मज़ा आना शुरू हो गया था। वो हल्की-हल्की सीइइइइइ कर रही थी, और आहिस्ता-आहिस्ता हाय-हाये करती थी। 5-6 मिनट हो चूके छो़डते हुए, तो शहनाज ने बोला- (Muslim Sex Story)

शहनाज: जल्दी निकलो पानी, मैं झुक-झुक कर ठक गई हूं।

मैने फिर अपनी स्पीड तेज कर दी, और जोर से उसकी बांध को पकड़ लिया। थोड़ी देर में ही मुझे जबरदस्त किस्मत का ऑर्गेज्म हुआ, और मैंने शहनाज की फुद्दी में सारा पानी निकला दिया। पहली बार मेरे मुह से आह की आवाज़ निकली, जो कभी पहले मुँह मारे हुए नहीं निकली। क्यूकी इस बार ओर्गास्म का बहुत मज़ा आया था।

5-6 बार मेरे लंड ने शहनाज की फुद्दी में झटके मारे पानी निकालने के लिए। शहनाज ने मेरी आवाज़ सुन के बोला-

शहनाज: शुक्र है पानी निकल आया। (Muslim Sex Story)

और फ़िर साइड पे होके बैठ गई ज़मीन पर। फिर उसके अपने दुपट्टे से मेरा पानी अपनी फुद्दी से साफ किया। फीडबैक के लिए [email protected] पर ईमेल करें

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