सहेली के पति का लंड लिया | Bhabhi sex story

सहेली के पति का लंड लिया | Bhabhi sex story

सहेली के पति का लंड लिया | Bhabhi sex story

 wildfantasystory bhabhi sex story  मैंने अपनी सहेली को गैर मर्द के साथ चुदवाया. मेरी सहेली का पति मुझे चोदने के लिए मरा जा रहा था। लेकिन मैं आसानी से चूत नहीं देने वाली थी।

दोस्तो, मैंने कर दिखाया!
मैं देवांगना, पिछली सेक्स स्टोरी

Tailor se apni gaand chatwai

में आपको बताया था कि मैंने राहुल टेलर के साथ कैसे मजा किया।

उसके बाद मैंने इसमें मेरी पड़ोसन फातिमा को भी शामिल किया।
वो सब कैसे हुआ, इस wildfantasystory bhabhi sex story में पढ़ें। (Bhabhi sex story)

फातिमा और उस टेलर को सेक्स फैंटेसी के लिए इस्तेमाल करने के पीछे की वजह फातिमा का हस्बेंड पंकज था।
वो कैसे?
क्योंकि एक बार उस कमीने ने लिफ्ट में मेरी गांड पर चिकोटी काट दी थी।
उसे लगा कि ऐसा करने से मैं उसके लंड के लिए पागल हो जाऊंगी।

मैं झूठ नहीं बोलूंगी लेकिन मैं भी फातिमा के हस्बेंड पंकज का लंड हमेशा से लेना चाहती थी लेकिन इतने सिम्पल तरीके से नहीं।

राहुल से मिलने और house wife को पटाने की उसकी तरकीब जानने के बाद मैं पंकज को एक सेक्सुअल सरप्राइज देना चाहती थी।

राहुल अब मेरा पालतू कुत्ता बन चुका था तो मैंने उसको एक बार अपने घर बुलाया, और वो भी काफी एक्साइटेड लग रहा था।

हमने बात की और मेरा प्लान सुनकर वो चौंक सा गया।
राहुल- लेकिन तुम उसे (फातिमा को) मेरे साथ सेक्स करने के लिए राजी कैसे करोगी? (Bhabhi sex story)

मैं- ये तुम्हारा काम है इडियट! अब क्यों हवा टाइट हो रही है तुम्हारी?
उसने मेरी तरफ हैरानी से देखा। मैंने उसको थोड़ा समझाया तो उसकी हवस भरी नजरों में फिर से चमक आ गई।

वो संडे की दोपहरी थी जब मैं इस प्लान को कामयाब करने जा रही थी।
मेरा  पति अपने दोस्तों के साथ बाहर घूमने गया हुआ था।

मैंने राहुल को बुला लिया और उसे तैयार रहने के लिए कहा।
उसके बाद मैं अपने घर के बाहर आई।

मैंने कॉटन की टाइट शॉर्ट पहनी हुई थी जिसमें मेरी गांड की गोलाइयां उभर कर आ रही थीं।
यहां तक कि मेरी टीशर्ट भी मेरे चूचों का पूरा उभार दिखा रही थी।

मैंने अपने से अगले घर का दरवाजा खटखटाया।
मुझे पता था कि अंदर से कौन दरवाजा खोलने आने वाला है।

फातिमा दोपहरी में सोती थी और उसकी ये आदत मुझे पता थी। (Bhabhi sex story)
इसलिए मैं जानती थी कि उसका पति पंकज ही दरवाजा खोलने आएगा।

हुआ भी वैसा ही … जैसे ही दरवाजा खोलते हुए पंकज की नजर मेरे बदन पर पड़ी उसकी आंखों में चमक सी आ गई।

वो मेरे बदन को देख उत्तेजित होकर अपने होंठ काटने ही वाला था, लेकिन उसने एकदम से खुद पर कंट्रोल कर लिया।
मैं- सॉरी, आपको डिस्टर्ब किया पंकज … लेकिन मुझे फातिमा की मदद चाहिए थी, कुछ अंडरगार्मेंट्स के लिए!

पंकज खुश होते हुए- उससे ज्यादा तो मैं आपकी इस काम में मदद कर सकता हूं। आपको तो पता ही है …
उसने कहते हुए एक स्माइल दी.

मैं- सच्ची? लेकिन मैं आपको लॉन्जरी में कैसे? मैं तो सोच भी नहीं सकती हूं।
पंकज घर में अंदर झांकते हुए- हम आपके घर में ही इसे ट्राई कर सकते हैं डियर।

वो कमीना मुझे चोदने के लिए जैसे मरा जा रहा था। उसने शरीफ बनने का नाटक तक नहीं किया। (Bhabhi sex story)

मैं जानती थी कि उसको अपने जाल में फांसना फातिमा की गैर मौजूदगी में बड़ा ही आसान काम था।

उसने अपने घर का दरवाजा बंद किया और मेरे पीछे पीछे हो लिया।
मैं बिना पीछे देखे भी अच्छी तरह महसूस कर सकती थी कि उसने अपनी नजरें मेरी गांड पर गड़ाईं हुई थीं।

हम अंदर आए और मैं अपने शॉर्ट्स उतारकर उसके सामने खड़ी हो गई। जैसे ही उसकी नजर मेरी क्लीन शेव चूत पर पड़ी उसका मुंह खुला रह गया।

बहुत ही नॉर्मल तरीके से मैंने बात करना जारी रखा, जैसे कुछ हुआ ही न हो।
फिर मैं घूम गई और अपनी लॉन्जरी को ढूंढने लगी।
पंकज मेरे पीछे ही खड़ा हुआ था।

मैं अलमारी खोलने के लिए नीचे झुकी तो पंकज का नंगा लंड मुझे मेरी गांड की दरार पर रगड़ खाता हुआ महसूस हुआ।

उस समय लंड तना हुआ नहीं था।
इसे खड़ा करने के लिए मैं भी अपनी गांड को इधर उधर मटकाने लगी जिससे लंड को मजा मिले।

मेरी गोल मस्त गोरी गांड को लंड से छूकर वो पागल सा हो गया। (Bhabhi sex story)
उसने अगले ही पल अपने लंड को मेरी गांड की दरार में पूरी तरह से सटा दिया, मुझे कमर से पकड़ा और बेड पर पटक लिया।

अब मैं गांड उठाए बेड पर पड़ी थी।
वो मेरी गांड पर चढ़ आया और लंड के टोपे को मेरे छेद पर रगड़ने लगा।

उसके हाथ मेरे चूचों पर आ गए थे और वो उनके दबाते हुए लंड को गांड पर रगड़ते हुए सही पोजीशन लेने में लगा था ताकि मेरी चूत में लंड देकर चोद सके।
मैं- नहीं, नहीं डार्लिंग! रुको! मुझे पता है तुम जंगली-हवसही जानवर हो, लेकिन मैं अभी थोड़ी मस्ती में हूं। पहले मुझे तुम्हारे हाथों को मजा देने दो।

मैंने ड्राअर से हथकड़ी निकालीं और बेड पर लिटा उसके हाथों को दोनों ओर फैलाते हुए उन पर हथकड़ियां लगा दीं।

मैं उसकी छाती पर नंगी होकर बैठी थी और वो अपनी जीभ को बार बार बाहर निकाल कर मेरी चूत को चाटने की कोशिश कर रहा था। (Bhabhi sex story)
लेकिन उसकी जीभ मेरी चूत तक नहीं पहुंच रही थी और उसे ऐसे तड़पते देख मुझे बहुत मजा आ रहा था।

पंकज- तुमने ऐसा क्यों किया? मैं तुम्हें बुरी तरह चोद देना चाहता हूं। हथकड़ियों को निकालो … और मैं तुम्हें दिखाता हूं कि पलंग तोड़ सेक्स कैसा होता है और कितना मजा आता है उसमें!

मैं- इसका मजा लो डार्लिंग! मैं चाहती हूं कि तुम अपनी सारी ताकत को इकट्ठा कर लो और मुझे चोदते समय स्क्रीन पर देखो।

मैंने अपने लैपटॉप को बेड के साइड में रख दिया।

राहुल टेलर एक छोटा कैमरा अपने साथ लाया था।
वो कैमरा उसने फातिमा के घर लगा दिया था जहां वो उसको चोदने वाला था।

पंकज- तुम चाहती हो कि मैं तुम्हें पोर्न देखते हुए चोदूं? खैर, मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है?
मैं- ये असल जिंदगी का पोर्न होगा डार्लिंग! मुझे पक्का यकीन है इससे तुम्हारे अंदर का जानवर जरूर जाग जाएगा।
मैंने कैमरा को ऑन कर दिया और फिर पंकज को नंगा कर दिया। (Bhabhi sex story)

मैं अब उसके लंड पर बैठकर गांड को रगड़ रही थी और वो स्क्रीन पर देख रहा था।
जैसे ही उसे स्क्रीन पर फातिमा दिखाई दी,  उसके चेहरे के भाव बदलने लगे।
उधर से फातिमा भी अपने हस्बेंड को सामने बेड पर नंगा लेटे हुए देख पा रही थी।

वो मेरा चेहरा नहीं देख सकती थी लेकिन इतना देख सकती थी कि कोई औरत उसके पति के लंड पर अपनी मोटी गांड को रगड़ रही है।
इधर से कैमरा में साउंड को चालू नहीं किया था हमने … लेकिन उधर से फातिमा की चीखें हम सुन पा रहे थे, कि वो कुछ गुस्से में बड़बड़ा रही थी।
पंकज का चेहरा देखने लायक था।

उसके चेहरे पर डर और मजा दोनों बार बार उभर कर आ रहे थे। (Bhabhi sex story)
फिर मैंने अपनी गांड को उसके चेहरे पर सटा दिया क्योंकि उसके लंड के खाली होने के संकेत मुझे मिलने लगे थे।

जैसे ही राहुल कैमरा में आता, मैं पंकज के चेहरे को अपनी गांड से ढक लेती थी।

Wild Fantasy Story

पंकज- यह आदमी मेरे घर में कर क्या रहा है?
उधर फातिमा के घर में, राहुल ने फातिमा के बदन पर उंगलियों का जादू चलाना शुरू कर दिया था।
कुछ ही देर में फातिमा ने अपनी साड़ी उतार दी और अब वो केवल ब्रा-पैंटी में थी।

राहुल अब फातिमा के बदन पर हाथ फिराते हुए उसकी चूत पर उंगलियां चलाने लगा जिससे फातिमा भी गर्म हो सके।
ये देख पंकज किसी आम मर्द की तरह आगबबूला होने लगा, वो हथकड़ियों को तोड़ने की कोशिश करने लगा।

अब मैंने उसे शांत करने के लिए उसके लंड की मुठ मारना शुरू कर दिया ताकि उसका गुस्सा ठंडा हो सके और उसका सेक्स जाग सके।
मैं- नहीं डार्लिंग … उसे एंजॉय करने दो, तब तक तुम अपनी इस हॉट भाभी को चोदो। तुम हमेशा से इस भाभी की चूत मारना चाहते थे न?

मैंने उसे अपनी चूत दिखाई और अपनी चूत के होंठों पर उंगलियों से रगड़ने लगी। (Bhabhi sex story)
पंकज गर्म होने लगा और जल्द ही वह स्क्रीन को छोड़ सेक्स का मजा लेने लगा।

उधर फातिमा ने राहुल टेलर का लंड चूसना शुरू कर दिया था।

अब मैंने भी पंकज के लंड को चूसना शुरू कर दिया ताकि वो और ज्यादा जोश में आ जाए।
फातिमा ने भी लाइव सेक्स में ये देखा और वो 69 की पोजीशन में हो लिए।

उनको देख मैं भी उसी पोजीशन में आ गई ताकि अपनी रंडी सहेली को जवाब दे सकूं।

राहुल अब फातिमा की गांड पर चमाट मार रहा था और उसकी चूत को जीभ से खोद रहा था।
पकंज ये सब भले ही देख नहीं पा रहा था लेकिन ज्यों ज्यों मैं उसकी बीवी की करतूतों के बारे में उसको बता रही थी, वो मेरी चूत को जोर से चोदता जा रहा था।

पकंज को मजा आ रहा था लेकिन साथ वह अपने हाथों को भी फ्री करने की कोशिश कर रहा था।
मेरी गांड का मजा मिले बिना उसका मजा जैसे आधा जुल्म था उस पर! (Bhabhi sex story)

मैं खड़ी हो गई और अपनी गांड उसको दिखाने लगी।
पकंज अब बेड पर घुटनों के बल होने की पूरी कोशिश कर रहा था।
उसने किसी तरह पोजीशन लेने की कोशिश की।

अब मैं अपनी गांड को थोड़ा और उसके होंठों के पास ले गई।
इससे पहले कि वो मेरी गांड पर किस कर पाता, मैं आगे हो गई।
वो इतना पागल हो गया था कि उसने मेरी गांड की चमड़ी को दांतों से पकड़ने की कोशिश करना शुरू कर दिया।

लेकिन जैसे ही उसकी नजर स्क्रीन पर पड़ी,  वो फिर से बेचारा सा हो गया।
राहुल अब मिशनरी पोजीशन में फातिमा की चूत चोदने में लगा हुआ था।
उसने उसके चूतड़ों को पकड़ लिया और उसे उठाते हुए लंड उसकी चूत में गहराई तक उतार दिया।

बीवी की चूत में लंड अंदर तक घुसते देख पकंज फड़फड़ा उठा और हथकड़ियों को जोर से खींचने लगा।
मैंने अपनी गांड को उसके चेहरे पर मसल दिया और उसके लंड को अपनी पिंडलियों में जकड़ लिया।

वो मेरी चूत और गांड को चाटते हुए मेरी पिंडलियों को ही चोदने लगा। (Bhabhi sex story)

अब मैं उसको और सताने के लिए उसके गालों पर तमाच मार रही थी।
मैं- बताओ पंकज, तुम मेरी गांड को चोदने के लिए कितने बेकरार हो? बोलो!

पंकज- बहुत ज्यादा , बहुत बुरी तरह से तड़प रहा हूं! मेरा लंड इसमें जाने दो और तब देखो।

मैं- तुम एक बंधे हुए कुत्ते हो! तुम्हें मुझे हुक्म नहीं देना है। बल्कि मेरी चुदाई के लिए मुझसे भीख मांगनी है।
पंकज ने अब मुझसे इसके लिए भीख मांगना शुरू कर दिया।
वो मेरी गांड को कुत्ते की तरह चाटने लगा।

मुझे उसका ये अंदाज काफी पसंद आया। (Bhabhi sex story)

पंकज- इस कुत्ते को तुम्हारी मोटी, मस्त गांड और चूत चोदने दो। उस कुतिया (फातिमा) को देखो, कैसे लंड से चुदते हुए चूत में मजा ले रही है, उस गधे के साथ। मैं तुम्हारी टपकती चूत को प्यार करना चाहता हूं। मैं इसके रस से अपने मुंह को भिगो देना चाहता हूं।

मैं- लेकिन तुम बहुत जोर से चोदते हो, मैं इस बारे में तुम पर भरोसा नहीं कर सकती हूं।
पंकज ने लंड को मेरी टांगों के बीच फंसा दिया और धीरे से रगड़ने लगा।
वो बहुत ही धीमे और उत्तेजित कर देने वाले तरीके से अपने लंड को मेरी टांगों के बीच में चला रहा था।

इधर मैं अपने निप्पलों को खींच कर मजा ले रही थी और पंकज भी ये देखकर मजा ले रहा था।
उसको पता नहीं था कि मैं उसके लंड पर अपनी टांगों की पकड़ को बढ़ाती जा रही थी। (Bhabhi sex story)

वो स्क्रीन पर ध्यान लगाए हुए था, जहां राहुल फातिमा के चेहरे के पास लंड को ले जाकर तेजी से मुठ मारने में लगा हुआ था।

कुछ सेकेंड्स के बाद राहुल का माल फातिमा के चेहरे पर फैल गया।
फातिमा को मजा आ रहा था और वो मस्ती में उसके लंड को टोपे को चूस रही थी ताकि सारे रस को मुंह में खींच सके।

उनके स्खलन को देख पंकज का माल भी उसके लंड से छूट गया।

जितना जल्दी उसके लंड में तनाव आया था, झड़ने के बाद उतना ही जल्दी वो मुरझा भी गया।
मैं- कमीने! अब तुम मेरी पानी छोड़ रही चूत और मेरी गीली गांड को कैसे चोदोगे?

पंकज- मुझे बस पांच मिनट का टाइम दो, मैं तुम्हें दिखा दूंगा! (Bhabhi sex story)
मैं- तुम चाहते हो कि कोई दूसरा मर्द तुम्हारे घर जाए और तुम्हारी रंडी बीवी को फिर से चोद दे?
मैंने उसको गंभीर निगाह से देखा।

वो मेरी बात को समझ गया और उसका सिर शर्म के मारे झुक गया, जैसे कोई पालतू कुत्ता करता है।
उसके इस अच्छे बर्ताव के लिए मैंने उसका चेहरा मेरी टांगों के बीच रखवा लिया जिससे उसे मेरी गर्म चूत की महक मिलती रहे।

तो दोस्तो, इस तरह से मैंने अपनी बीडीएसएम फैंटेसी को पूरी करने के लिए दो गर्म लौड़ों का इस्तेमाल किया।
और मैं ये सोचकर और भी ज्यादा पागल हुई जा रही हूं जब एक कपल इस सब में शामिल हो जाएगा! है न?

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