सौतेली माँ की चुदाई | Family sex story

सौतेली माँ की चुदाई | Family sex story

wild fantasy सौतेली माँ की चुदाई सेक्स कहानी मेरे पिताजी की भगाकर लायी बीवी की चुदाई की है. मेरे बाप की हरकतों की वजह से मेरी माँ भाग गयी तो मेरा बाप दूसरी ले आया घर!

दोस्तो, मेरा नाम राघव है , मैं 19 साल का हूँ और बीएससी का प्रथम वर्ष का छात्र हूँ.

मैं देसी लौंडा हूँ और खासा शरीर है. मैं दिखने में ठीक-ठाक हूँ.
मेरा कद पौने छह फुट का है. मेरा लंड भी काफी मस्त है ये काफी लम्बा और मोटा है.

मुझे चुदाई की कहानियां पढ़ना अच्छा लगता है.
मैं सेक्स कहानी पढ़ कर मुठ मारता हूँ. इसी चक्कर में मेरी नजर ऐसी हो गयी है कि मैं हर औरत को देखने से पहले उसके मम्मे और गांड देखता हूँ. (Family sex story)
हर रोज गांव की किसी ना किसी औरत को याद करके सुबह शाम मुठ मारता हूँ.

मेरा घर में तीन कमरे बने हुए हैं. एक भाई का, एक मेरा और एक मां और पिताजी का … और ये तीनों कमरे एक लाईन में बने हुए हैं.
मेरा बीच वाला है.

मेरे और पिताजी के कमरे के बीच में एक होल बना हुआ है, जो कुछ काम से बनाया गया था. उसी होल से मैं उन दोनों की चुदाई देखता हूँ.
तीनों कमरों के एक बाजू में किचन और बाथरूम जुड़ा हुआ है और दूसरी बाजू में हॉल है.

यह wildfantasystory सौतेली माँ की चुदाई  सेक्स कहानी मेरी और मेरी नई मां की है.

मेरे परिवार में 4 लोग हैं, पिताजी का नाम दिनेश है, जो खेती करते हैं. उनकी उम्र 43 साल है और वो अच्छे खासे शरीर के मालिक हैं. मां का नाम वीणा है, मां की उम्र 39 साल है. उनका कद केवल 5 फुट है.(Family sex story) उनके मम्मे 36 इंच के हैं और गांड 40 की है मतलब वो मोटी दिखती हैं लेकिन सेक्सी भी बहुत हैं. कोई भी आदमी उन्हें देखेगा, तो चोदने का ख्याल आ जाना लाजिमी था.
अपने माता पिता की सन्तान के रूप में हम दो भाई हैं. मेरे भाई का नाम दीपक है.

मेरी मां और पिता बहुत चुदक्कड़ हैं शायद इसी लिए मेरी मां का बदन भरा हुआ है.
हुआ यूं कि मेरी मां का चक्कर किसी गैर मर्द से हो गया था और वो उसके साथ भाग गई थीं और ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि पिताजी भी आशिक मिजाज के थे, तो खेत में काम करने वाली फातिमा नाम की एक महिला से अपने सेक्स सम्बन्ध बनाए हुए थे. (Family sex story)

मुझे भी फातिमा बहुत मस्त माल लगती थी. वो करीब ३० साल की होगी.
मैंने कई बार खेत पर देखा था कि बापू फातिमा को पम्पहाउस में ले जाकर चोदते थे.

फातिमा के पति ने पिताजी से काफी कर्ज ले रखा था और वो नशेड़ी व जुआरी था, जिस वजह से वो पिताजी और अपनी बीवी के रिश्ते को अनदेखा कर दिया करता था.

एक बार फातिमा का पति जुआ में पकड़ा गया और उसे जेल हो गई.
पिताजी फातिमा को घर लाने लगे.

ये बात मेरी मां से सहन नहीं हुई और वो अपने आशिक के साथ घर से भाग गई थीं. (Family sex story)

अब सेक्स कहानी में एक मोड़ आ गया था. मुझे फातिमा मस्त माल लगती थी और वो भी पक्की छिनाल औरत थी.

मेरे बाप के लंड से उसे शायद पूरा नहीं पड़ता था इसलिए वो मेरी तरफ कनखियों से देखती थी.

मेरी असली मां के घर छोड़कर जाने के बाद अब पिताजी ने फातिमा को घर में लाकर हम दोनों भाइयों से कह दिया था कि यही तुम्हारी नई मां है.
हम दोनों ने कुछ नहीं कहा था और फातिमा को ही मां मान लिया था.

बात पिछले साल की है. भाई पढ़ाई के लिए हॉस्टल चला गया था. मेरी 12वीं की पढ़ाई थी इसलिए मैं अपने रूम से बाहर ज्यादा नहीं निकलता था. (Family sex story)
चूंकि हमारा घर भी गांव की आबादी से दूर बना है. मतलब सबसे नजदीक वाला घर, हमारे घर से 100 मीटर की दूरी पर था.

इसका फायदा ये हुआ कि नई मां और पिताजी खूब खुल कर चुदाई करते थे.
वो इतनी ज्यादा चुदाई करते थे कि मेरे कमरे में सिसकारियों की तेज आवाज आती थी.

मुझे रहा नहीं जाता तो मैं अपनी पढ़ाई छोड़ कर उसी होल से उन दोनों की चुदाई देखा करता था.

इससे हुआ ये कि मेरी मां का बदन मुझे नंगा देखने को मिल रहा था और इसी कारण मुझे मेरी फातिमा मां को चोदने की इच्छा हुयी, जो फिलहाल बापू के कारण संभव नहीं थी.
लेकिन मैं रोजाना उन दोनों की चुदाई उसी तक्का से देखा करता था.

देसी भाषा में होल को हम लोग तक्का कहते हैं.

एक दिन में सुबह मुठ मार रहा था. मेरा लंड चरम पर आ चुका था.
तभी अचानक से फातिमा मां मुझे उठाने के लिए मेरे रूम में आ गयी और उसने सब कुछ देख लिया.
कुछ देर के लिए वो मेरा लंड और मैं उसे ही देखता रहा, फिर बाद में वो चिल्लायी- राघव ! (Family sex story)

मैंने घबरा कर अपना लंड पैंट में डाल लिया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.

मां- ये क्या कर रहा था?
मैं- सॉरी मां, आज के बाद ऐसा नहीं करूंगा!

वो कुछ नहीं बोली और चली गयी लेकिन उस दिन से न जाने क्या हुआ उसे कि वो मुझे घूर-घूर कर देखने लगी.

कुछ दिन बाद रात को करीब एक बजे मैं मां पिताजी की चुदाई देख रहा था.
वो दोनों 69 की पोजीशन में थे. वो पोजीशन कुछ ऐसी थी कि फातिमा मां मेरी तरफ देख रही थी.
मैं अपने लंड की मुठ मार रहा था.(Family sex story)

मेरे मुँह से भी हल्की आवाजें निकल रही थीं तो मां को पता चल गया कि मैं उन दोनों को सेक्स करते हुए देख रहा हूँ.

ये मुझे पता चलते ही मैं अपने बेड पर आ गया और सो गया लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी.
मेरे दिमाग में सिर्फ ये ख्याल आ रहा था कि उस दिन मुठ मारते वक्त पकड़ा गया था और आज भी पकड़ा गया.

लेकिन मां ने मुझे डांटा नहीं?
आखिर क्यों?

शायद मां को मेरा लंड भा गया और वो मुझसे चुदवाना चाहती है!
ये सोचकर मैंने अपने मन में पक्का कर लिया कि अब तो फातिमा मां को चोदना ही है.

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मेरे दिमाग में प्लान बनने लगा कि किस तरह से फातिमा मां को चोदा जाए.

जब ये सोचा तो ख्याल आया कि पहले फातिमा मां को अपना लंड दिखाया जाए, ताकि उनकी चुदास सामने आ सके.
फिर देखा जाएगा कि क्या स्थिति बनती है.

उस ख्याल से मैं रात को नंगा होकर सो गया. मुझे मालूम था कि सुबह मां मुझे उठाने जरूर आएगी.

और हुआ भी ठीक ऐसे ही.
मां ने मेरे कमरे में आकर बिना आवाज लगाए मेरी चादर हटा दी. (Family sex story)

मैं उठ तो गया, लेकिन सोने का नाटक करने लगा और ऐसे दिखाने लगा कि मुझे खुद के नंगा होने का अहसास ही नहीं है.

सुबह के वक्त लंड खड़ा रहता ही है और उस वक्त तो मेरा लंड प्लानिंग के तहत पहले से खूंखार अवस्था में था.
अब फातिमा मां मेरे फौलादी लंड को देख रही थी.

खड़ा लंड देख कर उसके मुँह में पानी आ गया.
जो मैंने साफ़ देखा कि वो गटक गयी लेकिन वो वहीं पर बैठ कर चूत खुजाने लगी थी.

वो गर्म हो चुकी थी.
इसी चक्कर में उसने मेरा लंड हाथ में ले लिया और मुठ मारने लगी.

मैं भी सही वक्त समझकर आंख खोल कर उठ गया.

अब मां मुझे देख रही थी और मैं उसको … फिर वो घबराकर बिना कुछ बोले चली गयी.
मैं बहुत खुश था कि मेरा प्लान कामयाब हुआ. (Family sex story)

फिर दो दिन बाद पास के गांव से पिताजी के दोस्त आए और उन दोनों की मुम्बई यात्रा पर जाने की बात हुई.

वो कुछ ‘जरूरी काम है …’ बोलकर पिताजी को एक महीने के लिए ले गए.

मैं बहुत खुश था कि अब तो मां को चोदना आसान हो गया क्योंकि मुझे मालूम था कि फातिमा मां को अंधेरे से डर लगता था और वो मुझे अपने साथ सोने के लिए जरूर बुलाएगी.

हुआ भी ऐसा ही.
फातिमा मां ने मुझे अपने साथ सोने को बुला लिया.

रात को मां के रूम में जाने के बाद मां को झप्पी देकर बोला- आई लव यू मां.
वो भी ‘आई लव यू  …’ बोली.

फिर हम एक दूसरे से लिपटकर सोने लगे.
मां ने पूछ लिया-  उस दिन तू तक्का में से क्या देख रहा था? (Family sex story)

मैं पहले तो घबरा गया लेकिन ठरकी दिमाग ने कहा कि ये फातिमा मां की चाल है और तू उसमें गिरता जा, इसकी चूत तुझे मिलने ही वाली है.

मैंने बिंदास कहा- मैं आप लोगों की चुदाई देख रहा था मां. मुझे आप बहुत सेक्सी लगती हो!

मां हंस पड़ी लेकिन उसने बनावटी गुस्से वाली आवाज में कहा- शर्म नहीं आती अपनी मां के बारे में ऐसा सोचते हुए?
मैं बोला- और आपने उस दिन मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत खुजायी थी, तो वो क्या था?
मां कुछ नहीं बोली.

लेकिन मेरी हिम्मत बढ़ चुकी थी.
अब मैं उसके मम्मे दबा रहा था और चूत सहला रहा था. (Family sex story)
वो विरोध भी नहीं कर रही थी

मैं आप लोगों को बता दूँ कि मेरी मां पैंटी और ब्रा कभी नहीं पहनती है. वो इस वक्त सिर्फ पेटीकोट और ब्लाउज में थी.
मेरी हिम्मत और ज्यादा बढ़ गई.

अब तक मां काफी हद तक गर्म हो चुकी थी.
बाद में मैंने उसके ब्लाउज को खोला और मां के मम्मे आजाद कर दिए.
उसके मम्मे इतने बड़े थे कि मेरे दोनों हाथ में एक दूध भी ठीक से नहीं आ रहा था.

वो मस्त होने लगी और मैं उसके एक दूध को चूसने लगा.
अब मां जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी- आह्ह … स्स … श्स्सश! (Family sex story)

मैंने भी मम्मे छोड़कर पेटीकोट खोल दिया और नीचे आकर चूत चाटने लगा.
मेरी मां मेरा सिर पकड़ कर चूत पर दबा रही थी.

कुछ देर बाद हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
वो मेरा लंड पागलों की तरह चूस रही थी और मैं उसकी चूत.
अब wildfantasystory सौतेली माँ की चुदाई का रास्ता एकदम साफ़ हो चुका था.

बाद में मां ने कहा- निक्कू मेरी प्यास बुझा दे … अब मुझसे रहा नहीं जाता.

मैं उठा और चूत पर निशाना लगाकर धक्का दे मारा.
मां की चूत गीली होने की वजह से आधा से ज्यादा लंड चूत में घुसता चला गया.
लम्बे लंड का दर्द मां झेल ना सकी और बहुत जोर से चिल्ला दी. (Family sex story)

लेकिन मैंने ध्यान नहीं दिया क्योंकि मेरी फातिमा मां एक बड़ी चुदक्कड़ है और कुछ ही देर में वो मेरे मूसल लंड से मजा लेने लगेगी.

दूसरी बात ये कि हमारा घर, आबादी से बहुत दूर है तो किसी को मां की आवाज सुनाई दिए जाने का सवाल ही नहीं था.

मैं लगातार धक्के मारता रहा और मां ‘आह्ह … स्स … आआआ … आआह …’ करती हुई जोर जोर से चिल्लाती रही.

कुछ ही देर में आलम ये था कि मेरी मां मेरे लंड से चुदने का मजा लेने लगी थी.

करीब बीस मिनट तक धकापेल चुदाई के बाद मैंने मां से कहा- मैं झड़ने वाला हूँ मां … रस कहां निकालूँ?
मेरी मां अब तक दो बार झड़ चुकी थी.

मां ने कहा- मेरी चूत में ही डाल दे! (Family sex story)
मैं सौतेली मां की चूत में ही झड़ गया.

उस रात मैंने मां को हचक कर 3 बार चूत में लंड पेल कर चोदा और एक बार गांड मारी.

तब से आज तक मैं मेरी फातिमा मां को चोदता हूँ.
अब पिताजी की रंडी बन गयी है.

आपको मेरी wildfantasystory सौतेली माँ की चुदाई  सेक्स कहानी कैसी लगी. 
मेरी मेल आई डी है
[email protected]

(Family sex story)

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